प्रस्तुत पुस्तक सम्पूर्ण विश्व में घटित प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित जनो को समर्पित हैं, जिनको प्राकृतिक आपदाओं की मार झेलते हुये भारी धन व जन सम्पत्तियों का नुकसान झेलते हुये अपने सुखमय जीवन से वांछित होना पड़ा । हम हृदय उन सभी आपदा प्रभावित जनों के लिए कामना करते हैं कि ईश्वर उनका जीवन पुनः सुखमय व सुरक्षित बनायें तथा सम्पूर्ण विश्व में रहने वाले मानव समुदाय को प्राकृतिक आपदाओं से निपटने हेतु प्रभावी आपदा प्रबंधन नीति तैयार करने की बौद्धिक व शारीरिक शक्ति प्रदान करें।
प्रस्तुत पुस्तक "प्राकृतिक आपदा : प्रभाव एवं प्रबंधन" विभिन्न विश्वविद्यालय के स्नातक व परास्नातक भूगोल के पाठ्यकर्मो को ध्यान में रखकर राष्ट्रभाषा हिंदी में अत्यंत सरल ढंग से लिखी गई है। पुस्तक के कुल ९ अध्याय हैं, जिनमें प्राकृतिक आपदा का अर्थ, प्रकार, प्रभाव एवं आपदा प्रबंधन नीति पर्वतीय क्षेत्रों के विशेष सन्दर्भ में तथा आपदाग्रस्त जनसमूह की भागीदारी व सूचना व संचार प्रोधोगिकी की भूमिका में विस्तार से चर्चा की गई है ।
DETAILS | |
EDITED BY | डॉ. सुमिता पवांर, डॉ. वी. पी. नैथानी |
ISBN | 978-93-81416-25-9 |
EDITION | 2018 |
LANGUAGE | HINDI |
BINDING | HB |
SIZE | DEMY |
PAGES | 132 |
PUBLISHER | AKHAND PUBLISHING HOUSE |